भारत के सबसे सुंदर होटल कौन-कौन से हैं

भारत के सबसे सुंदर होटल कौन-कौन से हैं

भारत में वैसे तो बहुत सुंदर होटल है परंतु में कुछ खास होटल भी है जिनकी एक रात की बुकिंग लाखों में है या होटल भारत के बड़े-बड़े शहरों में है यह होटल 7 स्टार है यहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं वैसे तो भारत में बहुत बड़े-बड़े होटल भी हैं इन होटल में सबसे सुंदर होटल है रामबाग पैलेस होटल जयपुर, ताज होटल मुंबई , ओबेरॉय उदय विलास होटल, ताज लेक पैलेस उदयपुर, राजमहल पैलेस राज होटल जयपुर सबसे प्रसिद्ध होटल है

रामबाग पैलेस होटल जयपुर

रामबाग पैलेस होटल राजस्थान के जयपुर में स्थित है या होटल बहुत पुराना बना हुआ है यहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध है या होटल 7 स्टार होटल में आता है रामबाग पैलेस का नाम विश्व के बड़े-बड़े होटलों में आता है रामबाग पैलेस एक आलीशान होटल है यहां पर मौज मस्ती की सभी सुविधाएं उपलब्ध है रामबाग पैलेस भारत के सबसे बड़े होटलों में से एक है यहां पर एक रात रुकने के लिए 7 लख रुपए देने पड़ते हैं या होटल बहुत ही आलीशान बना हुआ है यहां पर दुनिया के बड़े-बड़े रईस घूमने के लिए आते हैं यह पैलेस प्राचीन समय का बना हुआ है इसलिए यह भारत के इतिहास को भी दर्शाता है इस होटल को महाराजा राम सिंह द्वितीय ने बनवाया था या होटल उनके निवास स्थान था इसे 1835 में बनवाया गया था लेकिन आज या भारत की सबसे सुंदर होटल में से एक है

ताज होटल मुंबई

ताज होटल मुंबई का नाम तो कोई होगा जिसने नहीं सुना होगा या होटल मुंबई में स्थित है या भारत का सबसे बड़ा होटल माना जाता है ताज होटल को टाटा ग्रुप में बनवाया था यह होटल सुर्खियों में रहता है यहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध है ताज होटल मुंबई 7 स्टार होटल में आता है इस पर एक रात रुकने की कीमत ₹400000 है यहां पर रेस्टोरेंट भी है ताज होटल की खूबसूरती और इसमें मिलने वाली सुविधाएं पर्यटकों को अपनी तरफ खींचती है ताज होटल मुंबई पर आतंकी हमला भी हो चुका है यहां पर सबसे ज्यादा विदेशी यात्री ठहरते हैं या होटल अपनी खूबसूरती और अपने नाम से जाना जाता है ताज होटल विदेश में भी फेमस है ताज होटल का नाम दुनिया के कोने-कोने में फैला हुआ है

ओबेरॉय उदय विलास होटल उदयपुर

ओबेरॉय होटल भारत के उदयपुर में स्थित है या होटल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है ओबेरॉय उदय विलास होटल 50 एकड़ की जमीन पर बना हुआ है इस होटल की खूबसूरती इतनी है कि यहां पर बड़े-बड़े लोग अपनी शादियों के सूट करने के लिए आते हैं यह होटल विदेश में भी फेमस है यहां पर बहुत से फॉरेनर टूरिस्ट पहुंचते हैं इसका किराया भी बहुत महंगा है यहां पर रुकने के लिए आलिशान रूम बने हुए हैं यह होटल समुद्र के किनारे बना हुआ है इसलिए इसकी खूबसूरती और भी सुंदर लगती है

ताज लेक पैलेस उदयपुर

ताज लेक पैलेस भारत के सबसे महंगे होटलों में से एक है यह होटल एक झील पर बना हुआ है इसकी खूबसूरती यहां पर आने वाले पर्यटक को और भी सुंदर लगती है यह पैलेस भारत के उदयपुर में स्थित है या होटल दुनिया के सभी महंगे होटल में से एक है यहां पर एक रात रुकने के लिए चार लाख रुपए देने पड़ते हैं यहां के आलीशान कमरे और यहां की खूबसूरत जगह फोटोशूट के लिए बहुत अच्छी है

राजमहल पैलेस जयपुर

ताजमहल पैलेस राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है जयपुर एक बहुत सुंदर शहर है जिसे पिंक सिटी भी कहा जाता है यहां पर बहुत से बड़े-बड़े पैलेस बने हुए हैं परंतु राजमहल पैलेस भारत के सबसे महंगे होटल में शामिल है यहां पर एक रात के लिए लाखों रुपए चुकाने पड़ते हैं यह पैलेस पहले राजमहल के नाम से जाना जाता था यहां पर राजा का निवास हुआ करता था लेकिन अभी है पैलेस में बदल गया है यहां पर रुकने के लिए आलीशान जगह बनी हुई है यहां पर विदेश से भी पर्यटक इस होटल में रुकने के लिए आते हैं और ताजमहल पैलेस दुनिया के टॉप फाइव पैलेस में से एक है

रामेश्वरम मंदिर की विशेषताएं और रामेश्वर मंदिर का इतिहास

रामेश्वरम मंदिर की विशेषताएं और रामेश्वर मंदिर का इतिहास

रामेश्वरम मंदिर

रामेश्वरम मंदिर भारत के रामेश्वरम शहर में स्थित है रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु में स्थित है यह भव्य मंदिर भारत और श्रीलंका के बॉर्डर पर है रामेश्वरम और श्रीलंका के बीच एक समुंदर है बताया जाता है यहां श्री राम जी ने शंकर जी की पूजा की थी इसलिए यहां पर शिवजी का बहुत बड़ा मंदिर है रामेश्वरम मंदिर 800 साल पुराना है पर यहां के कुछ भाग अभी 50-60 साल पुराने हैं यह मंदिर बहुत बड़ा है इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है इस मंदिर का लिंक रामायण काल से जुड़ा हुआ है बताया जाता है सीता माता की तलाश में राम जी यहीं आकर रुके थे यहां से उन्होंने समुद्र पर रामसेतु बनाया था जिस पर कर कर वह श्रीलंका पहुंचे

रामेश्वर मंदिर की विशेषताएं

रामेश्वर मंदिर बहुत पुराना मंदिर है या मंदिर बहुत बड़ा है इसमें घूमने के लिए एक घंटा लग जाता है यहां पर 108 हुए बने हुए हैं जिसमें स्नान करने से सभी रोग दोष मुक्त होते हैं इस मंदिर में एक नागमणि भी है जिसके दर्शन सुबह 5:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक ही होते हैं यहां पर बहुत से भगत दर्शन के लिए आते हैं इस मंदिर की मान्यता उतनी ही है जितनी वाराणसी के शिवलिंग की है रामेश्वरम रामेश्वरम 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूरी होती है रामेश्वरम मंदिर के चार मुख्य द्वार हैं रामेश्वर मंदिर की चारों दिशाओं में द्वारा है इस मंदिर में छोटी-छोटी कई मार्केट है जहां से लोक खरीदारी करते हैं इस मंदिर में सभी देवी देवताओं की प्रतिमा है यहां पर पत्थर से बनी हुई बहुत पुरानी मूर्तियां भी हैं लोगों की मान्यता है यहां पर जो भी मांगते हैं

रामेश्वर मंदिर

रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु का सबसे सुंदर मंदिर है इस मंदिर में भगवान शंकर जी विराजमान है यहां पर बहुत पुरानी शिवलिंग भी है रामेश्वरम मंदिर चार धामों में से एक धाम है यहां पर आने वाले सभी भक्त अपनी इच्छा पूरी करके जाते हैं रामेश्वरम मंदिर हिंदू धर्म का प्रतीक है यहां पर बने 108 कुवै हमें दर्शाते हैं या मंदिर कितना बड़ा है इस मंदिर में 6 कुंड बने हुए हैं जिसमें राम कुंड लक्ष्मण कुंड सीता माता कुंड है इस मंदिर में एक विशाल आकार का संगमरमर से बना हुआ नंदी भी है इस मंदिर के चारों तरफ मार्केट बनी हुई है जहां पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है इस मंदिर की खूबसूरती इतनी है कि इसे देखने के लिए विदेश से भी पर्यटक पहुंचते हैं या मंदिर समुद्र से 1 किलोमीटर की दूरी पर बना हुआ है इस मंदिर से समुद्र तक पैदल जा सकते हैं

रामेश्वरम के आसपास की जगह

यहां घूमने के लिए बहुत अच्छी-अच्छी जगह है रामेश्वरम समुद्र के किनारे स्थित है यहां पर छोटे-छोटे बहुत से मंदिर है जिन्हें देखने के लिए पर्यटक जाते हैं रामेश्वरम मंदिर से थोड़ी दूर ही रामसेतु है जिसे श्री राम जी ने बनाया था या सेतु आज भी दिखाई देता है परंतु इसका बहुत सा हिस्सा टूट चुका है बताया जाता है या श्री राम जी ने लंका में जाने के लिए समुद्र के ऊपर पत्थर से बनाया था आज भी इस रामसेतु के अंश मौजूद हैं जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं रामसेतु देखने के लिए पर्यटक रामेश्वरम से ₹50 का किराया देकर बस के द्वारा जाते हैं

रामेश्वरम जाने का सही समय

वैसे तो आप कभी भी रामेश्वरम जा सकते हैं परंतु दिसंबर जनवरी में यहां मौसम बहुत अच्छा होता है उत्तर भारत में बहुत ठंड होती है इसलिए लोग दिसंबर और जनवरी में यहां अधिक जाते हैं रामेश्वरम चारों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ शहर है इसलिए यहां पर मौसम बहुत अच्छा रहता है यहां के मौसम में नमी है या हल्की-हल्की बारिश होती रहती है परंतु यहां की धरती रेतीली है इसलिए यहां पानी इकट्ठा नहीं होता रामेश्वरम मंदिर चारों तरफ से समुद्र से गिरा हुआ है इसलिए यहां पर बरसात में जाना सही नहीं है

रामेश्वर मंदिर कैसे पहुंचे

रामेश्वरम जाने के लिए रेलगाड़ी सबसे अच्छा साधन है दिल्ली रेलवे स्टेशन से मद्रास के लिए ट्रेन मिलती है और मद्रास से रामेश्वरम जाने के लिए ट्रेन मिल जाती है चेन्नई से 400 किलोमीटर के आसपास रामेश्वर में इसलिए दिल्ली से रामेश्वरम जाने के लिए 2 दिन का समय लग जात जाता है रामेश्वरम से दिल्ली की दूरी 3000 किलोमीटर के आसपास है दिल्ली हवाई अड्डे से तमिलनाडु के लिए भी फ्लाइट ले सकते हैं परंतु उसका किराया महंगा है इसलिए रेलगाड़ी सबसे अच्छा साधन है रामेश्वरम जाने के लिए

जयपुर में घूमने की पांच जगह और उनका इतिहास

जयपुर में घूमने की पांच जगह और उनका इतिहास

जयपुर में वैसे तो घूमने की बहुत सी जगह है पर आमेर किला जयपुर की सबसे सुंदर और देखने लायक स्थान है यहां पर नाहरगढ़ किला भी आकर्षित जगह में से एक है जयपुर का जयगढ़ किला भी सुंदर और इतिहास को दर्शाता है जयपुर का हवा महल सबसे सुंदर है जयपुर को पिंक सिटी भी कहा जाता है यहां पर ज्यादातर गुलाबी रंग के इमारतें बनी हुई है जयपुर में घूमने की पांच सुंदर जगह

1. आमेर किला

आमेर किला राजस्थान के जयपुर में स्थित है यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है आमेर किला जयपुर में पर्यटकों के घूमने की सबसे अच्छी जगह है यहां की ऊंची ऊंची दीवारों को देखने के लिए दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं आमेर किला बनने से पहले यहां मीणा जाति के लोग रहते थे उसके बाद राजपूत ने उन्हें अपने दिन कर लिया था इस किले पर राजपूत का कब्जा है इस किले की खूबसूरती देखते ही बनती है यह दूर किला पहाड़ी के नीचे बने माता सरोवर को देखा हुआ प्रतीत होता है यह किला लाल बलवा पत्थर एवं संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है इसलिए इस किले की खूबसूरती और भी सुंदर लगती है यह किला हमारे देश की धरोहर है

2.नाहरगढ़ किला

नाहरगढ़ किला राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है नाहरगढ़ किला देखने के लिए पूरे देश से पर्यटक जयपुर आते हैं नारगढ़ किले को देखने के लिए सुबह 10:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक का समय है क्या किलो 1734 में बनाया गया था नाहरगढ़ किले का इस्तेमाल 1857 की क्रांति के दौरान यूरोपीय लोगों के साथ-साथ उनकी पत्नियों के लिए आश्रय स्थल के रूप में प्रयोग किया गया था नाहरगढ़ किला एक ऊंची चोटी पर बना हुआ है जिसकी ऊंचाई 700 फीट से ज्यादा है इसके लिए मैं एक मंदिर भी है यह मंदिर राज राठौड़ राजकुमार नहर सिंह भोमिया को समर्पित है इस किले की अपनी ही विशेषता है इस किले में पानी की टंकी भी है जिसे पूरे किले में पानी की सप्लाई होती है यहां पर हाथियों घोड़ा के लिए अलग से जगह बनाई गई है 1883 से 1892 के बीच महाराजा सवाई राम सिंह द्वारा कई महलों का निर्माण किया गया था

3. जयगढ़ किला

जयगढ़ किला राजस्थान की जयपुर मेहरावली पहाड़ियों पर स्थित है या किला अरावली पार्टी की चल चोटी पर स्थित है जयगढ़ किला मावता झील के ऊपर बना हुआ है इस झील की वजह से इस किले की खूबसूरती और भी अच्छी लगती है इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं यहां पर पर्यटकों का मेला लगा रहता है जयगढ़ किले को देखने के लिए सुबह 10:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक का टाइम है इस किले को देखने के लिए टिकट खटवानी पड़ती है या किला हमारे इतिहास को दर्शाता है इस किले पर राजपूत का अधिकार है यहां की ऊंची ऊंची दीवारों इस किले की विशेषता को दर्शाती है यह किला ऊंचाई पर होने की वजह से यहां से पूरा जयपुर दिखाई देता है

4. हवा महल

हवा महल जयपुर

जयपुर का हवा महल विदेश में भी प्रसिद्ध है हवा महल 1799 मैं महाराजा सवाई प्रताप सिंह के द्वारा बनवाया गया था इसे देखने के लिए विदेश से भी पर्यटक आते हैं हवा महल को देखने के लिए सुबह 10:00 बजे से लेकर 5:00 तक का समय है हवा महल को देखने के लिए टिकट लेनी पड़ती है हवा महल की इमारत 5 मंजिला है इस महल में 953 छोटी-छोटी खूबसूरत खिड़कियां बनी हुई है जिससे इसकी सुंदरता और भी सुंदर हो जाती है यह किला बाहर से मधुमक्खी के छठे की तरह दिखता है इस किले को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं यह किला गुलाबी रंग का बना हुआ है इस किले की खासियत इसकी सुंदरता और मजबूती है हवा महल को देखने के लिए जयपुर में पर्यटकों का मेला लगा रहता है

5. जल महल

जल महल राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है जल महल की स्थापना 1799 में हुई थी यह महल अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित है इस महल की खासियत यह महल पानी में स्थित है इसके चारों तरफ पानी है जल महल मानसागर झील के बीच स्थित है इसलिए इस महल को आईबॉल भी कहा जाता है जल महल की खूबसूरती रात को और भी सुंदर लगती है जिसे देखने के लिए पर्यटकों का मेला लगा रहता है जल महल की विशेषता यह झील है इस महल में बहुत से सुंदर कमरे बने हुए हैं यहां पर रुकने और खाने-पीने का पूरा इंतजाम है

माता वैष्णो देवी के आसपास घूमने की 5 जगह दर्शन के बाद जरूर घूमने जाएं

माता वैष्णो देवी के आसपास की घूमने की जगह

माता वैष्णो देवी के आसपास घूमने की पांच सुंदर जगह कटरा के आसपास 50 किलोमीटर तक के सुंदर दृश्य वाले जगह जहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं

1. शिवखोड़ी- शिवखोड़ी एक बहुत ही सुंदर हिल स्टेशन है यहां पर प्राचीन शिव जी का मंदिर है यह कटरा से  40 किलोमीटर दूर है माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद बहुत से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं यह बहुत ही सुंदर और शांति भरी जगह है शिवखोड़ी में प्राचीन शिव मंदिर है यहां की मान्यता है की यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूरी होती है इसलिए लोग यहां दूर-दूर से घूमने आते हैं

 

शिवखोड़ी

2. पटनीटॉप-

पटनीटॉप

पटनीटॉप कटरा से 80 किलोमीटर दूर है या एक सुंदर हिल स्टेशन है यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं यहां रुकने के लिए बहुत ही सुंदर लकड़ी के घर बने हुए हैं सर्दियों में यहां पर बर्फ को देखने के लिए बहुत से पर्यटक आते हैं यह एक बहुत सुंदर और शांति की जगह है यह बहुत सुंदर पहाड़ों से गिरा हुआ स्थान है सर्दियों में यहां पर पड़ती है यहां पर बहुत पर्यटक आते हैं

3. मानसर झील-

मानसर झील कटरा

मानसर झील कटरा से 63 किलोमीटर दूर है यह एक सुंदर झील है इस झील पर पर्यटक वोटिंग करने के लिए आते हैं यह चारों तरफ से पहाड़ों से गिरी हुई है यहां की सुंदरता देखते ही बनती है

4. बाबा जीतो का मंदिर-बाबा जीतो का मंदिर

बाबाजी का मंदिर कटरा से 15 किलोमीटर दूर है यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है यह मंदिर 5000 फीट ऊंचाई पर है

5. सनासर हिल स्टेशन स्टेशन-

यहां हिल स्टेशन कटरा से 70 किलोमीटर दूर है यहां एक बहुत सुंदर झील है यहां पर्यटन का बहुत सुंदर स्थान है यहां घूमने के लिए बहुत से लोग आते हैं यहां सुबह का नजारा बहुत सुंदर है